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जम्मू, 5 जनवरी (हि.स.)। रामबन वन प्रभाग की जैव विविधता प्रबंधन समितियां (बीएमसी) राज्य जैव विविधता बोर्ड के साथ साझेदारी करते हुए एक व्यावहारिक ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम में लगी हुई हैं। बैठक में बीएमसी अध्यक्षों, सचिवों, एमएफपी डिपो मालिकों, डीएफओ रामबन डॉ. राजन सिंह और डीएफओ राज्य जैव विविधता बोर्ड राकेश अबरोल के साथ-साथ रामबन वन प्रभाग के रेंज और ब्लॉक अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। राकेश अब्रोल ने एनटीएफपी नीति में उल्लिखित लाभों तक पहुंच को सुव्यवस्थित करते हुए बीएमसी को बैंक खाते खोलने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रश्नों को संबोधित करते हुए, उन्होंने प्रतिभागियों के बीच गहरी समझ को बढ़ावा देते हुए नीति के प्रमुख पहलुओं को स्पष्ट किया।
रामबन के डीएफओ डॉ. राजन सिंह ने क अपडेट साझा करते हुए बताया कि 23 बीएमसी ने खाते खोले हैं, जिससे एनटीएफपी संग्रह से राजस्व प्राप्त हो रहा है। विशेष रूप से, खरीद के लिए 63,000 रुपये, संग्रह शुल्क के रूप में 21,000 रुपये और लाभ साझाकरण के रूप में 1,850 रुपये 02 पंचायतों में एकत्र किए गए, जो 420 किलोग्राम धूब प्रजाति के स्थायी संग्रह पर केंद्रित थे। एनटीएफपी नीति 2022 के उद्देश्यों के अनुरूप दो एनटीएफपी डिपो स्थापित किए गए हैं।
पहल को आगे बढ़ाते हुए, डीएफओ डॉ. राजन सिंह की अध्यक्षता में बनिहाल में बनिहाल रेंज की जैव विविधता प्रबंधन समितियों के साथ एक बैठक में विभिन्न पंचायतों के सरपंचों, अध्यक्षों और बीएमसी के सचिवों को एक साथ लाया गया। यूटी सरकार द्वारा हाल ही में अधिसूचित एनटीएफपी नीति के बारे में जागरूकता पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें एनटीएफपी संग्रह में स्थिरता और आजीविका के अवसरों के निर्माण पर जोर दिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान
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